पूरे शरीर की जांच(Full Body Checkup in Hindi): 2025 में ये 7 ज़रूरी टेस्ट ज़रूर करवाएँ

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पूरे शरीर की जांच(Full Body Checkup in Hindi): 2025 में ये 7 ज़रूरी टेस्ट ज़रूर करवाएँ

By - MAX@Home In Blood Test

Aug 22, 2025 | 7 min read

संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने और बीमारी का जल्द पता लगाने के लिए, कभी-कभी रोग के लक्षण दिखने से पहले ही, समय-समय पर जाँच करवाना ज़रूरी है। एक संपूर्ण शारीरिक जाँच, शरीर के महत्वपूर्ण अंगों और कार्यों का आकलन करके व्यक्ति के स्वास्थ्य की स्थिति का विस्तृत अंदाज़ा देती है।

वर्ष 2025 के आगमन के साथ, जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों और दीर्घकालिक बीमारियों में वृद्धि के साथ, उचित शारीरिक जाँच की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है।

पूर्ण स्वास्थ्य जाँच के दौरान जिन सात परीक्षणों को नहीं भूलना चाहिए, उनके महत्व, मापे जा रहे मापदंडों और अनुमानित लागतों के बारे में बता रहे हैं, खासकर दिल्ली और उसके जैसे शहरी क्षेत्रों में रहने वालों के लिए।

पूर्ण शारीरिक जाँच क्या है?

पूर्ण शारीरिक जाँच (जिसे संपूर्ण शरीर या सम्पूर्ण शारीरिक जाँच भी कहा जाता है) समग्र स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने के लिए समय-समय पर किए जाने वाले चिकित्सीय परीक्षणों की एक श्रृंखला है। यह मधुमेह, हृदय रोग, यकृत या गुर्दे की बीमारी, थायरॉइड रोग और पोषण संबंधी कमी जैसी पुरानी बीमारियों के स्पष्ट लक्षणों की पहचान करता है। एक नियमित जाँच में रक्त, मूत्र और कभी-कभी इमेजिंग परीक्षण शामिल होते हैं जिनका उद्देश्य कई प्रमुख स्वास्थ्य मापदंडों की जाँच करना होता है।

आपको पूर्ण शारीरिक जाँच क्यों करवानी चाहिए?

  • गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का शीघ्र पता लगाना
  • शीघ्र कार्रवाई के माध्यम से रोकथाम
  • सामान्य स्वास्थ्य स्थितियों और उपचार के प्रति प्रतिक्रिया की निगरानी।
  • अपने चयापचय और पोषण संबंधी स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
  • एक आधारभूत स्वास्थ्य मानक स्थापित करना जिसके आधार पर भविष्य में मापन किया जाएगा।

परीक्षण करवाने के क्या लाभ हैं?

शारीरिक जाँच के अनेक लाभ हैं। पहला, यह विभिन्न अंगों और शारीरिक क्रियाओं पर नज़र रखकर व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य की पूरी तस्वीर प्रदान करता है। प्रारंभिक पहचान शीघ्र उपचार और जीवनशैली में बदलाव लाने में सहायक होती है, जिससे जटिलताओं से बचाव होता है। दूसरा, यह पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याओं पर उचित नियंत्रण और उनकी प्रगति पर नज़र रखने में मदद करता है। तीसरा, नियमित जाँच से व्यक्ति आहार, शारीरिक गतिविधि और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में सोच-समझकर निर्णय ले पाता है। संक्षेप में, शारीरिक जाँच निवारक चिकित्सा पद्धतियों को बेहतर बनाकर अधिक शांति सुनिश्चित करती है।

स्वास्थ्य जाँच पैकेज में कौन से परीक्षण शामिल हैं? (Full Body Checkup List in Hindi)

एक मानक जाँच पैकेज आमतौर पर 80 से अधिक नैदानिक परीक्षणों का एक संग्रह होता है जो रक्त, मूत्र और कभी-कभी इमेजिंग अध्ययनों की जाँच करते हैं। इनमें शामिल हो सकते हैं:

1. पूर्ण रक्त गणना (सीबीसी)

यह क्या मापता है:

सीबीसी (CBC) रक्त के कोशिकीय घटकों का विश्लेषण है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC), श्वेत रक्त कोशिकाएँ (WBC), हीमोग्लोबिन, हीमेटोक्रिट और प्लेटलेट्स शामिल हैं। यह आपके प्रतिरक्षात्मक प्रदर्शन, परिसंचारी ऑक्सीजन के स्तर और थक्के जमने की संभावना का आकलन करने में मदद करता है।

महत्व:

सीबीसी एनीमिया, संक्रमण, ल्यूकेमिया या लिंफोमा, सूजन या रक्तस्राव संबंधी बीमारियों का निदान करेगा। हीमोग्लोबिन और हीमेटोक्रिट माप ऑक्सीजन परिवहन की दक्षता को दर्शाते हैं, जो चक्कर आने या थकान के कारण का पता लगाने में महत्वपूर्ण है।

औसत लागत:

सीबीसी परीक्षण की कीमत लगभग ₹200-₹600 होती है। यह आमतौर पर पूरे शरीर की जाँच के पैकेज में शामिल होता है।

2. रक्त शर्करा परीक्षण (उपवास रक्त शर्करा और हीमोग्लोबिन A1c)

यह क्या मापता है:

  • उपवास रक्त शर्करा (एफबीएस) रात भर के उपवास के बाद मौजूद रक्त शर्करा का निर्धारण करता है।
  • HbA1c पिछले 2-3 महीनों के रक्त शर्करा के औसत का अनुमान देता है।

महत्व:

चूँकि भारत दुनिया की मधुमेह राजधानी है, इसलिए रक्त शर्करा की निगरानी आवश्यक है। उच्च रक्त शर्करा स्तर मधुमेह या प्रीडायबिटीज़ का संकेत है, जिसका यदि उपचार न किया जाए, तो जटिलताएँ गंभीर हो सकती हैं।

औसत लागत:

इन सभी परीक्षणों का कुल खर्च लगभग ₹200-₹800 है। कई प्रयोगशालाओं में व्यक्तिगत परीक्षण भी उपलब्ध हैं।

3. लिपिड संरचना

यह क्या मापता है:

यह परीक्षण मात्रात्मक है और रक्त में मौजूद विभिन्न वसाओं, जैसे एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल), एचडीएल (अच्छा कोलेस्ट्रॉल), ट्राइग्लिसराइड्स और कुल कोलेस्ट्रॉल, को मापता है।

महत्व:

लिपिड असंतुलन हृदय रोग, मस्तिष्कवाहिकीय दुर्घटनाओं और धमनी अवरोध के जोखिम को बढ़ाता है। नियमित अनुवर्ती कार्रवाई हृदय संबंधी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रारंभिक अवस्था में सुधार या चिकित्सीय हस्तक्षेप के कार्यान्वयन की अनुमति देती है।

औसत लागत:

ज़्यादातर प्रयोगशालाओं में लिपिड प्रोफ़ाइल की लागत ₹1300-₹1700 के बीच होती है।

4. लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)

यह क्या मापता है:

LFT, लिवर के एंजाइम और प्रोटीन, जिनमें ALT, AST, एल्कलाइन फ़ॉस्फ़ेटेज़, बिलीरुबिन और एल्ब्यूमिन शामिल हैं, को मापता है।

महत्व:

लिवर की बीमारी कई सालों तक बिना किसी लक्षण के रह सकती है। ये स्क्रीनिंग टेस्ट हेपेटाइटिस, फैटी लिवर या लिवर की चोट का जल्द पता लगा सकते हैं ताकि जटिलताएँ पैदा होने से पहले ही इलाज शुरू किया जा सके।

औसत लागत:

पूरे शरीर की जाँच के लिए LFT की कीमत आमतौर पर ₹1200-₹1400 के बीच होती है।

5. रीनल फंक्शन का आकलन (KFT)

यह क्या मापता है:

KFT किडनी की कार्यक्षमता निर्धारित करने के लिए क्रिएटिनिन, यूरिया और इलेक्ट्रोलाइट्स को मापता है।

महत्व:

किडनी की बीमारी आमतौर पर तब तक बिना किसी लक्षण के विकसित होती है जब तक कि यह गंभीर अवस्था में न पहुँच जाए। नियमित जाँच से गुर्दे की क्षति, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन और जलयोजन का शीघ्र पता चलता है। बेहतर परिणाम पाने के लिए ज़्यादातर इस परीक्षण में उपवास की आवश्यकता नहीं होती।

औसत लागत:

केएफटी परीक्षण लगभग ₹1000-₹1400 के बीच होते हैं।

6. थायरॉइड प्रोफ़ाइल

यह क्या मापता है:

यह पैनल थायरॉइड हार्मोन—टीएसएच, टी3 और टी4—को मापता है, जो चयापचय, ऊर्जा और मनोदशा को नियंत्रित करते हैं।

महत्व:

थायरॉइड रोग के कारण अवांछित वज़न घट या बढ़ सकता है, थकान, मनोदशा में बदलाव या अनियमित मासिक धर्म हो सकता है। शीघ्र निदान दीर्घकालिक चयापचय और हृदय रोग से बचाता है।

औसत लागत:

थायरॉइड परीक्षण आमतौर पर ₹1400-₹1700 के बीच होते हैं।

7. विटामिन डी और विटामिन बी12 का स्तर

यह क्या मापता है:

विटामिन डी रक्त परीक्षण 25-हाइड्रॉक्सीविटामिन डी है, जो हड्डियों और प्रतिरक्षा प्रणाली की स्थिति का संकेत देता है।

विटामिन बी12 परीक्षण उस विटामिन की खोज करता है जो रक्त कोशिकाओं के साथ-साथ तंत्रिकाओं के विकास में भी मदद करता है।

महत्व:

ये दोनों बीमारियाँ व्यापक हैं और थकान, कमज़ोर हड्डियाँ, तंत्रिका क्षति और मानसिक लक्षणों जैसे समान प्रभाव डालती हैं। पहचान से शीघ्र पूरक आहार और बेहतर जीवन गुणवत्ता प्राप्त होती है।

औसत लागत:

विटामिन डी और बी12 परीक्षण आमतौर पर ₹1500-₹3,000 प्रति सेट के बीच होते हैं। ये परीक्षण अलग-अलग भी उपलब्ध हैं, लेकिन इन्हें एक साथ करवाने से संपूर्ण स्वास्थ्य की स्पष्ट तस्वीर मिलती है।

अतिरिक्त स्वास्थ्य जाँच मानदंड

अधिकांश व्यापक सामान्य स्वास्थ्य जाँच पैकेज में ये भी शामिल हैं:

  • मूत्र परीक्षण: मूत्र मार्ग में संक्रमण, मधुमेह और गुर्दे की बीमारी का पता लगाता है।
  • इलेक्ट्रोलाइट पैनल: जलयोजन और मांसपेशियों की कार्यप्रणाली की निगरानी के लिए सोडियम, पोटेशियम और क्लोराइड के स्तर की जाँच।
  • सूजन सूचक: किसी भी सक्रिय सूजन या संक्रमण को बाहर करने के लिए ESR या CRP
  • कैल्शियम, फॉस्फोरस और ALP: ये हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।

पूर्ण शारीरिक जाँच के लिए कौन पात्र है?

पूर्ण शारीरिक जाँच लगभग सभी आयु समूहों के लिए उपयुक्त है, लेकिन 30 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों या विशिष्ट स्वास्थ्य जोखिम कारकों वाले व्यक्तियों के लिए यह और भी उपयुक्त है। जिन व्यक्तियों की शारीरिक गतिविधि कम है, जिनके परिवार में दीर्घकालिक बीमारियों का इतिहास है, या जिनमें स्वास्थ्य समस्याओं के शुरुआती संकेत हैं, उन्हें नियमित रूप से पूर्ण शारीरिक जाँच करवानी चाहिए।

यहाँ तक कि 5 वर्ष की आयु से बच्चे भी विकास की जाँच और रोग की प्रारंभिक पहचान के लिए नियमित स्वास्थ्य जाँच से लाभान्वित हो सकते हैं। चिकित्सक आमतौर पर आपकी स्वास्थ्य स्थिति और जोखिम प्रोफाइल के आधार पर हर 6 से 12 महीने में पूरे शरीर की जांच की सलाह देते हैं।

आपको कितनी बार पूरे शरीर की जाँच करवानी चाहिए?

स्वस्थ वयस्कों के लिए, हर 6 से 12 महीने में शरीर के सभी अंगों की जाँच करवाने की सलाह दी जाती है, खासकर 30 साल की उम्र के बाद या अगर आपको मोटापा, वंशानुगत बीमारी, या धूम्रपान और निष्क्रियता जैसी जीवनशैली से जुड़े जोखिम हैं। पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को अपने चिकित्सक से जाँच की आवृत्ति के बारे में सलाह लेनी चाहिए।

पूरे शरीर की जाँच की कीमत (Full Body Checkup Price in Hindi)

मैक्सएटहोम के साथ, पूरे शरीर की जाँच की लागत को किफायती और पारदर्शी बनाया गया है। पैकेज के प्रकार, प्रयोगशाला और शामिल परीक्षणों की संख्या के आधार पर, कीमतें आमतौर पर ₹799 से ₹7,799 तक होती हैं। बुनियादी पैकेज में आवश्यक रक्त परीक्षण शामिल हैं, जबकि उन्नत पैकेज में विटामिन प्रोफाइल, हार्मोन आकलन और सूजन संबंधी मार्करों के साथ अधिक विस्तृत मूल्यांकन प्रदान किया जाता है, जिससे आपको आसानी और सुविधा के साथ अपने स्वास्थ्य पर नज़र रखने में मदद मिलती है।

सही फुल बॉडी चेकअप पैकेज चुनना

  • अपनी स्वास्थ्य आवश्यकताओं का आकलन करें: उम्र, लक्षण और संकेत, पारिवारिक इतिहास और जीवनशैली आपको बताएगी कि आपको किन परीक्षणों की आवश्यकता है।
  • अपने चिकित्सक से परामर्श करें: आपका चिकित्सक आपके लिए अनुकूलित पैकेज सुझा सकता है।
  • पैकेजों की तुलना करें: कवर किए गए परीक्षणों, टर्नअराउंड समय, प्रयोगशाला मान्यताएँ और ग्राहक समीक्षाओं की खोज करें।
  • घर पर संग्रह जाँच: कुछ प्रयोगशालाएँ यह सुविधा प्रदान करती हैं ताकि आपको क्लिनिक आने की आवश्यकता न पड़े।

2025 में फुल बॉडी चेकअप के लिए आवश्यक परीक्षणों की सारांश तालिका

Test Name

Purpose

Key Health Indicator

Approximate Price Range (Delhi)

Complete Blood Count (CBC)

Blood health and immune status

RBC, WBC, Hemoglobin, Platelets

₹200 - ₹600

Blood Sugar Tests (FBS + HbA1c)

Detect and monitor diabetes

Glucose control over short & long term

₹150 - ₹800

Lipid Profile

Heart disease risk

LDL, HDL, Triglycerides, Total Cholesterol

₹1300 - ₹1700

Liver Function Test (LFT)

Liver health

Liver enzymes & proteins

₹1200 - ₹1400

Kidney Function Test (KFT)

Kidney health

Creatinine, Urea, Electrolytes

₹1000 - ₹1400

Thyroid Profile

Metabolic and hormonal balance

TSH, T3, T4

₹1400 - ₹1700

Vitamin D & B12

Nutrient deficiency screening

Bone health, nerve function

₹1500 - ₹3000

पूरे शरीर की जाँच क्यों करवाएँ?

समय पर पूरे शरीर की जाँच करवाने से संभावित जटिलताओं का जल्द पता लगाने और उन्हें बाद में गंभीर समस्याओं में बदलने से रोकने में मदद मिलती है। भारत में मधुमेह, हृदय रोग और थायरॉइड जैसी जीवनशैली संबंधी बीमारियाँ बढ़ रही हैं और सभी जाँचों के ज़रिए इनका शीघ्र निदान किया जा सकता है।

यह जाँच न केवल मौजूदा बीमारी की जाँच करती है, बल्कि कोलेस्ट्रॉल या रक्त शर्करा के स्तर जैसे जोखिम कारकों की भी पहचान करती है, जिससे समय रहते उपचार संभव हो पाता है। चूँकि ज़्यादातर बीमारियाँ धीरे-धीरे बढ़ती हैं, इसलिए पूरे शरीर की जाँच दीर्घकालिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने और लंबे समय तक महंगे इलाज से बचने के लिए एक निवारक उपाय है।

क्या आजकल पूरे शरीर की जाँच ज़रूरी है?

आज के आधुनिक, तेज़-तर्रार युग में, पूर्ण स्वास्थ्य जाँच करवाना न केवल ज़रूरी हो गया है, बल्कि बेहतरीन स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी भी है। जीवनशैली में बदलाव, प्रदूषण के बढ़ते स्तर और मौजूदा खान-पान की आदतों के कारण पुरानी और गैर-संचारी बीमारियों में वृद्धि हुई है। साथ ही, ज़्यादातर आबादी मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी अंतर्निहित बीमारियों से अनजान रहती है, जिनसे गंभीर जटिलताएँ हो सकती हैं।

इन समस्याओं की स्वास्थ्य जाँच से समस्या का प्रारंभिक अवस्था में ही पता लगाने और एहतियाती स्वास्थ्य देखभाल उपाय करने में महत्वपूर्ण अंतर आता है। किफायती पैकेज और घर पर ही नमूना लेने के विकल्प के साथ, पूर्ण स्वास्थ्य जाँच करवाना सुविधाजनक हो गया है और यह सक्रिय स्वास्थ्य देखभाल में एक प्रमुख योगदानकर्ता है। ये गहन जाँच और त्वरित निदान निवारक स्वास्थ्य देखभाल का एक अभिन्न अंग हैं, जिससे मरीज़ स्वस्थ और लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।

एक सफल पूर्ण शारीरिक जाँच के लिए अंतिम सुझाव (Final Tips for a Successful Full Body Checkup in Hindi)

  • उपवास: कई परीक्षणों में 8-10 घंटे उपवास की आवश्यकता होती है। पहले से पूछें और प्रयोगशाला के निर्देशों का ठीक से पालन करें।
  • दवाएँ: यदि आप कोई दवा ले रहे हैं तो चिकित्सक या प्रयोगशाला को सूचित करें क्योंकि कुछ दवाएँ परीक्षण के परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं।
  • जलयोजन: रक्त का नमूना लेना आसान बनाने के लिए परीक्षण से पहले पानी पिएँ।
  • अनुवर्ती: उचित सलाह और आगे क्या करना है, यह जानने के लिए हमेशा अपने परिणामों की व्याख्या किसी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से करवाएँ।

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